क्योंकि उनके पास कहने साधन थे
और कहने के लिए ज़रूरी समान भी
इसलिए उन्होंने अपनी सहूलियत से चलाया
मी टू अभियान
मी टू अभियान
शारीरिक शोषण की गाथा
या फिर एक चार्म भर
पता नहीं
या फिर एक चार्म भर
पता नहीं
पर पूरे देश का ध्यान
भूख , और बलात्कार से हट गया जैसे
और सब जगह चर्चाएँ मी टू की
कुछ घरों के
शीशों पर काले रंग जो चढ़े थे उतर गये
बहुत से नकाबों की परत से
एक नकाब और उतर गया
जबकि इस मूवमेंट की चकाचौंध से दूर
किसी जंगल में
किसी देहात में
या शहर के बीचों बीच गलियों में
कुछ देह
कुछ सपने
मसल दिए जाते हैं रोजाना
कुछ विशेष किस्म की प्रजातियों द्वारा
और रोप दी जाती है
उनके देह में अजीब सी गंध वाली आग
जिसमे जलकर भस्म हो जाते हैं वो देह
और उन देहों के जलने की बू
खत्म हो जाती है
एक हवा के झोंके के साथ
और शहर से गाँव
सब व्यस्त हो जाते है
एक वाहियात और वल्गर किस्म की
चर्चाओं में , सेमिनारों में
जिनका शीर्षक होता है
मी टू मूवमेंट
जिसमे भद्दे और थर्ड क्लास के जोक्स
और द्वीअर्थी संवादों के बीच
एक स्त्री की पवित्रता को बचाने के
मापदंडों पर चर्चा होती है
और एक सेक्सी से महिला उद्घोषक से
मोटी तोंद वाले
मुख्य अतिथि की नजरें हट नही रही
और सब जगह चर्चाएँ मी टू की
कुछ घरों के
शीशों पर काले रंग जो चढ़े थे उतर गये
बहुत से नकाबों की परत से
एक नकाब और उतर गया
जबकि इस मूवमेंट की चकाचौंध से दूर
किसी जंगल में
किसी देहात में
या शहर के बीचों बीच गलियों में
कुछ देह
कुछ सपने
मसल दिए जाते हैं रोजाना
कुछ विशेष किस्म की प्रजातियों द्वारा
और रोप दी जाती है
उनके देह में अजीब सी गंध वाली आग
जिसमे जलकर भस्म हो जाते हैं वो देह
और उन देहों के जलने की बू
खत्म हो जाती है
एक हवा के झोंके के साथ
और शहर से गाँव
सब व्यस्त हो जाते है
एक वाहियात और वल्गर किस्म की
चर्चाओं में , सेमिनारों में
जिनका शीर्षक होता है
मी टू मूवमेंट
जिसमे भद्दे और थर्ड क्लास के जोक्स
और द्वीअर्थी संवादों के बीच
एक स्त्री की पवित्रता को बचाने के
मापदंडों पर चर्चा होती है
और एक सेक्सी से महिला उद्घोषक से
मोटी तोंद वाले
मुख्य अतिथि की नजरें हट नही रही
No comments:
Post a Comment